RAIPUR. छत्तीसगढ़ विधानसभा का 2 दिनों का विशेष सत्र 1 दिसंबर गुरुवार से शुरू हो गया है। हालांकि सत्र के पहले दिन शुरुआत में ही विधानसभा के पूर्व उपाध्यक्ष मनोज मंडावी को श्रद्धांजलि दी गई। इसके बाद विधानसभा की कार्यवाही कल तक यानी शुक्रवार के लिए स्थगित कर दी गई है। इस विशेष सत्र में आरक्षण विधेयकों को पारित किया जाएगा। साथ ही सत्र में अनुपूरक बजट भी पेश किया जाएगा। विपक्ष आरक्षण के मसले पर संशोधन प्रस्ताव ला सकता है।
बढ़ सकती है सत्र की अवधि
सत्र शुरु होने के पहले कार्य मंत्रणा समिति की बैठक हुई। इस बैठक के बाद ऐसे संकेत हैं कि सत्र की अवधि बढ़ सकती है। दो दिन के बाद सत्र का अवसान नहीं होगा, बल्कि जनवरी के प्रथम या दूसरे हफ्ते तक के लिए स्थगित हो सकता है।
सदन में मनोज मंडावी और दीपक पटेल को दी गई श्रद्धांजलि
गुरूवार को विधानसभा का सत्र शुरू होते ही अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने भानुप्रतापपुर के विधायक और विधानसभा के उपाध्यक्ष रहे मनोज मंडावी और मनेंद्रगढ़ से विधायक रहे दीपक पटेल के निधन का उल्लेख किया। मनोज मंडावी को श्रद्धांजलि देते हुए सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि उनके निधन से प्रदेश ने आदिवासी समाज की एक मजबूत आवाज को खो दिया है। उनकी कमी को पूरा नहीं किया जा सकता। दीपक पटेल के योगदान को भी उन्होंने नमन किया। नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल, स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव, आबकारी मंत्री कवासी लखमा और खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने भी दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजलि दी है।
सत्ता पक्ष-विपक्ष के वरिष्ठ नेता हुए शामिल
सभा की कार्यवाही शुरू होने से पहले विधानसभा के समिति कक्ष में कार्य मंत्रणा समिति की बैठक हुई। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में सदन में उठ रहे मसलों के क्रम समेत कई मामलों पर बात हुई। इस बैठक में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल, संसदीय कार्य मंत्री रविंद्र चौबे, स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव, पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह समेत सत्ता पक्ष और विपक्ष के वरिष्ठ नेता शामिल हुए।
कार्यवाही शुक्रवार तक के लिए स्थगित
मंत्री शिव डहरिया और प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने भी मनोज मंडावी और दीपक पटेल को याद किया। बाद में न सदन में दो मिनट का मौन रखकर दिवंगत आत्माओं की शांति की प्रार्थना हुई। इसके तुरंत बाद विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने सदन की कार्यवाही को शुक्रवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया।
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सीएम बघेल करेंगे विधेयक पेश
विशेष सत्र के दूसरे दिन यानी 2 दिसंबर को सीएम भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ लोक सेवा (अनुसूचित जातियों, अनुसूचित जनजातियों और अन्य पिछड़ा वर्गों के लिए आरक्षण) संशोधन विधेयक 2022 को पेश करेंगे। इसके साथ ही शैक्षणिक संस्था (प्रवेश में आरक्षण) संशोधन विधेयक को भी पेश किया जाना है। दिन भर की चर्चा के बाद इन विधेयकों को पारित कराने की तैयारी है। राज्य कैबिनेट ने इन विधेयकों को प्रारूप को 24 नवम्बर को हुई बैठक में मंजूरी दी थी।
बीजेपी देगी सरकार की नीतियों को चुनौती
मुख्य विपक्षी दल बीजेपी ने सरकार की नीतियों को चुनौती देने की तैयारी की है। विधानसभा में 70 विधायकों वाले सत्ताधारी दल को भरोसा है कि इन विधेयकों को बिना किसी अड़चन के पारित करा लिया जाएगा। विशेष सत्र पर बात करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 30 नवंबर बुधवार को कहा था कि, बीजेपी की गलत नीतियों के कारण सभी वर्गों को आरक्षण का लाभ नहीं मिल पा रहा था। अब इसके लिए विशेष सत्र बुलाया गया है।